Tina Dabi जो अभी भारतीय प्रशासनिक सेवा(IAS) की अधिकारी है, जल्दी में ही मां बन गई हैं। IAS Tina Dabi ने शुक्रवार को देर रात जयपुर के निजी अस्पताल में बेटे को अच्छे से जन्म दिया है। जैसलमेर में कलेक्टर रहते हुए जुलाई से टीना डाबी लीव पर हैं। उनके बेटे के जन्म के बाद उनको और उनके पति आईएएस अफसर प्रदीप गवांडे को लोग सोशल मीडिया पर लगातार बधाई दे रहे हैं।
उन्होंने दूसरी शादी 2022 में की थी
अतहर और टीना ने नवंबर 2020 में ही तलाक के लिए जयपुर की फैमिली कोर्ट में अपनी अर्जी लगाई थी। अगस्त 2021 में उन लोगो का तलाक हुआ था। IAS Tina Dabi ने इसके बाद साल 2022 में अपने से 10 साल बड़े आईएएस अधिकारी प्रदीप गवांडे से दूसरी शादी रचाई थी। जोकि महाराष्ट्र के रहने वाले हैं।
IAS Tina Dabi सबसे पहले साल 2015 में काफी चर्चा में आई थीं, जब उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग( यूपीएससी) के एग्जाम में टॉप किया था। और इसके बाद उन्होंने अपने ही बैच के नंबर दो रैंक पर आए आईएएस अधिकारी अतहर आमिर खान से शादी रचाई थी। उसके बाद मार्च 2018 में शादी करने के बाद दोनों ही अफसर राजस्थान कैडर के पद में रहे। उसके बाद अतहर आमिर ने साल 2020 में अपना तबादल जम्मू-कश्मीर कैडर में करवा लिया था। वे अपनी प्रतिनियुक्त पर जम्मू-कश्मीर चले गए थे।
IAS Tina Dabi की आरंभिक जीवन कहानी
टीना डाबी, जिनका असली नाम टीना यादव है, एक नाम है जो भारतीय जनता के दिलों-दिमाग़ में अच्छी तरह बस गया है। उनकी कहानी एक आदभुत प्रेरणा है, जो हमें यह सिखाती है कि कभी भी, किसी भी आयु में, कुछ भी संभव है। टीना डाबी, जोकि एक आईपीएस अधिकारी हैं, और उनका यह सफर उनकी मेहनत, समर्पण, और सकारात्मक सोच के परिणामस्वरूप हुआ है।
IAS Tina Dabi का जन्म
Tina Dabi का जन्म 9 नवम्बर 1989 को हुआ था। उनका जन्मस्थान भोपाल, मध्य प्रदेश में हुआ था। उनके पिता जसवंत सिंह डाबी है, जो एक पेशे से इंजीनियर हैं, और मां हिमानी डाबी है, जो कि एक प्रशासनिक अधिकारी हैं। टीना डाबी का पालन-पोषण एक बड़े परिवार में हुआ और उनके घर में शिक्षा को बहुत महत्व दिया गया।
शिक्षा का सफर
अपने शिक्षा का सफर टीना डाबी ने बड़ी समर्पण और मेहनत से तय किया। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सेंट मेरीज़ कॉन्वेंट स्कूल, भोपाल से प्राप्त की, और फिर उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक पूरा किया। टीना डाबी ने अपनी उच्च शिक्षा के लिए भी बहुत मेहनत की, और उन्होंने अपने लक्ष्य को पाने के लिए एक अच्छी तैयारी भी की।
IAS Tina Dabi : आईएएस सफर की शुरुआत
आईएएस (इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस) एक प्रशासनिक सेवा है जो देश की सेवा में जुटे व्यक्तियों को मिलती है। टीना डाबी ने इस सेवा में प्रवेश पाने के लिए आईएएस प्रिलिमिनरी परीक्षा को सफलता पूर्वक पूरा किया। उन्होंने अपने समर्पण और मेहनत से आईएएस मेन्स और साक्षात्कार भी तय किया, और इन परीक्षाओं में भी उनको सफलता प्राप्त हुई।
2016 में, टीना डाबी ने आईएएस का चयन हुआ और आईएएस अधिकारी बन गईं। यह उनका जीवन का एक बहुत महत्वपूर्ण कदम था, और इससे उनका सपना पूरा हुआ।
IAS Tina Dabi : बालकोट के छात्रों की शिक्षिका
टीना डाबी के आईएएस पद में आने के बाद उन्होंने भीलवाड़ा, राजस्थान में अपनी सेवा शुरू की। यहां पर टीना डाबी ने “बालकोट” के छात्रों को शिक्षा दी, जो जीवन में कम सुविधाओं के बावजूद बड़े उत्साह से पढ़ना चाहते थे। उन्होंने इन छात्रों को मानसिक मज़बूती और अध्ययन में सहायता की, और उन्हें उनके लक्ष्य तक पहुँचने में बहुत मदद की।
टीना डाबी के इस कार्य को देश भर में बहुत प्रशंसा मिली, और उनका कार्यशीलता और समर्पण बहुत से लोगों के दिलों में जगह बनाने लगा।
IAS Tina Dabi: जीवन की नई शुरुआत
टीना डाबी के जीवन में एक नई शुरुआत मिली जब उन्होंने अपने जीवन साथी के साथ रिश्ता बनाया। टीना डाबी ने 2018 में अपने बैचमेट और आईएएस अधिकारी अथर आमिर-उल-शफ़ी ख़ान से विवाह किया। इस विवाह से टीना डाबी और अथर ख़ान ने एक दूसरे के साथ जीवन के नए सफर की शुरुआत की।
टीना डाबी का जीवन एक सपनों का सफर है| उन्होंने अपनी मेहनत और संघर्ष के बल पर आईएएस अधिकारी बनाया, लेकिन उनका विवाह भी मीडिया के प्रक्षेप में आया जब उन्होंने एक दूसरे के साथ विवाह किया। इस विवाद से टीना डाबी ने समर्पण और मज़बूती दिखाई और अपने जीवन के नए सफर में आगे बढ़ा।
IAS Tina Dabi: एक सामाजिक सुधारक
टीना डाबी एक सामाजिक सुधारक भी हैं। उन्होंने अपनी आईएएस सेवा के दौरान समाजिक मुद्दों पर भी ध्यान दिया और लोगों के लिए व्यावसायिक समाधान तैयार किए। टीना डाबी की कहानी, जहाँ उन्होंने एक सामाजिक सुधारक के रूप में अपने सेवानिवृत्ति का संघर्ष दिखाया, हमें यह सिखाती है कि कभी भी, किसी भी परिस्थिति में, इंसान अपने सपनों को पूरा कर सकता है।
IAS Tina Dabi: आदर्श प्रेरणा
टीना डाबी का जीवन एक आदर्श प्रेरणा है। उनका सफर और उनकी मेहनत हमें यह सिखाते हैं कि कठिनाइयों का सामना करके उनसे लड़कर आगे बढ़ सकते हैं। उनके जीवन से हमें यह सिखने को मिलता है कि हमारे अंदर छिपे हुए पोटेंशियल को पहचानकर उस पर मेहनत और समर्पण से काम करना चाहिए। उनका जीवन एक उद्देश्य और संकल्प का प्रतीक है, जो हम सभी को प्रेरित करना चाहिए।